भिलाई। छत्तीसगढ़ में 2,161 करोड़ के कथित शराब घोटाले में सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर कार्रवाई कर लौट रही ईडी की टीम पर हमला व वाहन पर पथराव मामले में पुलिस ने कर्मकार मंडल के पूर्व अध्यक्ष व कांग्रेस नेता सन्नी अग्रवाल और 19 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
पुलिस फोटो व वीडियो के आधार पर आरोपितों की पहचान कर रही है। उधर, कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस ने मंगलवार को प्रदेशभर में ईडी व भाजपा का पुतला फूंका। ईडी ने भूपेश बघेल के छह मोबाइल फोन के डेटा समेत अन्य करीबियों से कई दस्तावेज व उनके मोबाइल डेटा जब्त किया है।
हमला व पथराव मामले में रायपुर निवासी कार ड्राइवर राजू धीवर ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। उसने बताया है कि जब वह ईडी के अधिकारियों और केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों को लेकर लौट रहा था, तब कांग्रेसियों ने कार को रोकने का प्रयास किया।
सोमवार को बघेल के घर हुई थी छापेमारी
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेश बघेल के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार सुबह छापेमारी की। इस बीच खबर है कि छापेमारी कर वापस लौट रही ईडी की टीम पर हमला हुआ है।
जानकारी के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के परिसरों की तलाशी लेने वाले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर लोगों के एक समूह ने हमला कर दिया।अधिकारियों का आरोप है कि हमलावर कांग्रेस कार्यकर्ता थे, जो पूर्व सीएम भूपेष बघेल के परिसरों की तलाशी से नाराज थे। सूत्रों के अनुसार एक उप निदेशक स्तर के ईडी अधिकारी की कार पर भी हमला किया गया।
पूर्व सीएम के घर पर ईडी की छापेमारी
- प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार की सुबह सात बजे कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई-3 मानसरोवर कालोनी स्थिति निवास पर छापा मारा। यह कार्रवाई राज्य में 2100 करोड़ के कथित शराब घोटाले के मामले में की गई है।
- ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र चैतन्य बघेल के करीबियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की है। जांच एजेंसी ने बघेल के निवास व कैंप कार्यालय में एक साथ दबिश दी।
- इसके साथ ही दुर्ग लोकसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे राजेंद्र साहू, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर ,सहेली ज्वेलर्स संचालक सुनील जैन, होटल कैंबियन संचालक कमल अग्रवाल, ट्रांसपोर्ट व्यवसायी संदीप सिंह, अभिषेक ठाकुर, बिल्डर अजय चौहान ,बिल्डर मनोज राजपूत, बिल्डर पप्पू बंसल, राइस मिलर विनोद अग्रवाल, सुनील अग्रवाल सहित अन्य के ठिकानों में भी छापेमारी की गई।
- वहीं, भूपेश बघेल के आवास में ईडी की टीम ने नोट गिनने की मशीन भी मंगवाई। इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री के वाहन सहित परिवार के सदस्यो के वाहनों की भी बारीकी से जांच की गई। दस्तावेजों को भी खंगाला गया।
साढ़े आठ बजे से जुटने लगे कार्यकर्ता
ईडी की छापामार कार्रवाई की भनक लगते ही स्थानीय कार्यकर्ता पूर्व मुख्यमंत्री के निवास के बाहर जुटने लगे। ईडी की टीम के साथ पहुंचे सुरक्षा बल के जवानों के साथ कार्यकर्ताओं की कई बार तीखी बहस हुई। इसके बाद कार्यकर्ता बंगले के गेट के सामने ही धरने पर बैठ गए। नारेबाजी शुरू की दी गई। वहीं पर नगाड़ा बजाना शुरू कर दिया। पुलिस ने अतिरिक्त बल मंगाकर तनाव फैलने से रोका। कार्यकर्ताओं ने ईडी का पुतला भी फूंका। 11 घंटे तक चली जांच के बाद शाम छह बजे ईडी की टीम रवाना हुई। टीम अपने साथ दस्तावेजों का बंडल लेकर गई है।
33 लाख ले गई टीम- भूपेश
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि ईडी की टीम उनके घर से 33 लाख रुपये नगद (जिसमें स्त्री धन शामिल) लेकर गई है। रकम का हिसाब वे बता देंगे। उनकी 150 एकड़ जमीन के दस्तावेज भी देखे गए हैं। एक पेन ड्राइव की भी जांच हुई। बघेल ने कहा कि कार्रवाई विधानसभा में उनके सवाल पूछने का परिणाम है। इससे पहले पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने सवाल पूछा था तब उनके यहां भी छापा पड़ा था।